जहां चाह है वहा राह है ...
पढ़ाई में मन नहीं लगने के मुख्य कारण
पढ़ाई करने का उद्देश्य स्पष्ट न होना: यदि आपके पास पढ़ाई करने का स्पष्ट उद्देश्य नहीं होगा तो पढ़ाई में आपका मन नहीं लगेगा।
विषय अच्छा नहीं लगना: अगर आपको पढ़ाई करने वाला विषय अच्छा नहीं लगता है तो आप उसमें पढ़ाई करने के लिए उत्साह नहीं रख पाएंगे।
उचित ध्यान न देना: पढ़ाई करते समय अधिक अवांछित गतिविधियों में ध्यान देने से आपके मन में पढ़ाई करने के लिए उत्साह नहीं रहता। पढ़ाई करने के समय स्मार्टफोन, सोशल मीडिया और अन्य समय को बरबाद करने वाली गतिविधियों से दूर रहें।
कमजोर मेंटल फोकस: यदि आपका मेंटल फोकस कमजोर होता है, तो पढ़ाई करने में मुश्किल होती है।
निराशावादी मानसिकता: पढ़ाई के समय यदि आप निराशावादी मानसिकता रखते हैं, तो आप पढ़ाई करने में कठिनाई महसूस करेंगे।
क्या करें?
सबसे पहले अपना लक्ष्य निर्धारित करें और उसके महत्व को समझें। पढ़ाई के महत्व को समझे बिना ध्यान केंद्रित करना कठिन है। अपने लक्ष्य के साथ जीना शुरू करें, और उस पर बार-बार विचार करें। इसकी सुरुआत सुबह उठने से करें`। नींद खुलने के बाद अपने इष्ट को प्रणाम करें। फिर पूरे दिन के कार्य को निश्चित करें, तथा कार्य को पूरा करने कि रणनीति बनाये। यह सारा कार्य सुबह बिस्तर पर आंखें खुलने से पहले करें।
इस बात को तब तक ना भूले जब तक इसे पूरा ना कर लें।
Parts of Speech | Parts of Speech Definitions And Examples
टाइम टेबल बनाये
हम घर पर पढ़ने के लिये भी स्कूल की तरह टाइम टेबल बनाते है, सब्जेक्ट वाइज। जबकि घर और स्कूल में बहुत अंतर होता है। यह हमारे मूड के अनुसार होना चाहिये न कि सब्जेक्ट के अनुसार। अपने पढ़ने के घंटे को निर्धारित कीजिये। दिन के 24 घंटे होते हैं, इसे तीन भाग मे बाँट लिजिये, प्रत्येक भाग 8 घंटे का होता है। निश्चित किजिये कि 8 घंते सोना है, 8 घंते जीवन के सभी आवश्यक कार्य (जैसे खाना-पीना, घुमना-फिरना, स्कूल जाना, दोस्तों के साथ गप्पें मारना, मनोरंजन इत्यादि) करना है। शेष 8 घंटे शुद्ध रूप से पढाई करना है और कुछ नही। स्कूल टाइम को इसमें ऐड नहीं करना है। इस 8 घंटे को अपने मूड कै अनुसार निश्चित करें और इसपर दृढ़ रहें। सभी विषयों को पर्याप्त समय दें। कोई टॉपिक बार-बार पढ़ने पर भी समझ में न आ रहा हो तो टॉपिक या विषय बदल दें।
पढ़ते समय अंतराल लें
8 घंटों को चार भाग में बाँट लें, प्रत्येक भाग 2 घंटे का रखें। हर आधे घंटे के बाद 5 मिनट का अंतराल लें। इस बीच थोड़ा टहलें, पानी पीये, हाथ-मुह धोये....
कैसे पढ़ें?
पढ़ाई के लिये एक निश्चित एवं शांत स्थान निर्धारित करें। जहां तक संभव हो पढाई टेबल पर ही करें। पर्याप्त रोशनी तथा हवादार स्थान पर बैठें। पढ़ते समय पुस्तक के साथ पेन और नोटबुक साथ रखें। अंगुली रखकर पढ़ें। पढ़ते समय अंगुली को एक शब्द आगे रखें तथा तेज गति से पढ़ें। इससे एकाग्रता बनी रहेगी तथा याद भी जल्दी होगा। मुख्य बिंदु को नोट करते रहें। ध्यान रखें कि नोट्स points मे बनाये, तथा इन points को बीच-बीच मे पढ़ते रहें। रात में सोने से पहले अपने द्वारा बनाये नोट्स को अवस्य पढ़ें।
योग और ध्यान
योग और ध्यान दोनों ही आपको पढ़ाई के लिए अधिक उत्साहित करने में मदद कर सकते हैं। यहाँ कुछ योग और ध्यान टिप्स हैं जो आपको पढ़ाई के लिए ध्यान केंद्रित करने में मदद करेंगे:
कपालभाती प्राणायाम:
कपालभाति प्राणायाम आपके मस्तिष्क को ताजगी देने में मदद करता है।
कपाल भाती प्राणायाम कैसे करें?
1.
रीढ़ की हड्डी सीधी रखते हुए सिद्धासन, पद्मासन या वज्रासन में बैठ जाएं।
2. दोनों हथेलियों को घुटनों पर रखों जो आकाश की ओर
खुली रहेगी।
3.
अब गहरी सांसों को बाहर छोड़ने की क्रिया करें।
4. सांसों को बाहर छोड़ने या फेंकते समय पेट को अंदर की
ओर धक्का देना है। यानी नाभि को रीढ़ी की हड्डी की ओर खिंचना है।
5. उतना ही बल लगाएं, जितना सहजता से लग जाए।
6. ध्यान रखें कि श्वास लेना नहीं है क्योंकि उक्त
क्रिया में श्वास स्वत: ही अंदर चली जाती है।
7.
इस प्रक्रिया को 20 बार दोहराने पर एक राउंड पूरा हो जाएगा।
8. अंत में सहज होते हुए नाभि और पेट को ढीला छोड़ दें।
9. इस प्रक्रिया को 3 राउंड या 80
सांसों तक दोहराया जा सकता है।
10. पेट,
छाती या गले में किसी भी प्रकार की समस्या हो तो यह
प्राणायाम नहीं करें।
त्राटक ध्यान:
त्राटक ध्यान आपको मानसिक तनाव से छुटकारा दिलाता है और आपके मस्तिष्क को ताजगी देता है। इसके लिए आपको किसी वस्तु पर ध्यान केंद्रित करना होता है, जैसे कि एक छोटा पत्थर, या एक दीपक की लौ। आप इसे 15 मिनट तक करें सम्भव हो तो 30 मिनट तक करें।
योगासन:
योग आपके शरीर को तंदरुस्त रखने में मदद करता है और आपके मस्तिष्क को शांत और ताजगी देता है। आप योग के अनेक आसनों को कर सकते हैं जैसे कि बलासन, शवासन, पद्मासन, वज्रासन आदि। योगासन को दैनिक रूप से करने से आपका शरीर स्वस्थ रहेगा और आपके मस्तिष्क को ताजगी मिलेगी, तथा एकाग्रता बढ़ेगी।
नाडी शोधन प्राणायाम:
नाडी शोधन प्राणायाम आपके मस्तिष्क को शांत करता है और आपकी मनोदशा को सुधारता है। इसके लिए आप अनुलोम-विलोम प्राणायाम कर सकते हैं।
ध्यान:
ध्यान आपके मस्तिष्क को शांत करता है और आपकी मनोदशा को सुधारता है। एक शांत स्थान में बैठकर अपने मन को शांत करें, तथा ध्यान अपनी साँसों पर ध्यान केंद्रित करें। आप ध्यान 15 मिनट तक करें सम्भव हो तो 30 मिनट तक करें।
How To Concentrate On Studies?
बार-बार पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
प्रश्न- पढ़ाई करने का सही समय क्या है?
उत्तर- अपने अंदर पढाई की भूख पैदा करें फिर समय पूछने की जरूरत नहीं रहेगी।
प्रश्न- रात को पढ़ना चाहिए या सुबह का?
उत्तर- पढ़ाई के लिए वास्तव में कोई समय बुरा नहीं होता है। यह सब आपकी व्यक्तिगत प्राथमिकताओं, रूचि, आपके संसाधन, समय प्रबंधन और बहुत कुछ पर निर्भर करता है।
प्रश्न- कितने घंटे पढ़ना चाहिए?
उत्तर- जीवन मे कुछ करना चाहते हैं तो पढ़ाई की आदत डालें। एक दिन मे 24 घंटे होते हैं आप स्वयं विचार करें कि जीवन को सुंदर और सफल बनाने के लिये आपको कितना समय पढ़ाई पर देना चाहिये।
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